डर और इज़्ज़त का खेल


 🌙 **Ballu गैंग — एक कहानी**


शहर का नाम था **रायगढ़**। दिन में ये शहर आम दिखता था — बाज़ारों की भीड़, चाय की दुकानों की गहमागहमी, रिक्शों की घंटी…

मगर रात ढलते ही हवाओं में एक नाम गूंजने लगता —


> **Ballu गैंग**


**बलराज उर्फ़ Ballu** — ये नाम ही काफ़ी था।

Ballu का असली चेहरा बहुत कम लोगों ने देखा था, मगर उसके किस्से हर गली-नुक्कड़ पर मशहूर थे। कहते हैं, Ballu एक ज़माने में आम लड़का था, पर हालात ने उसे रास्ता दिखा दिया — और वो रास्ता सीधा अपराध की दुनिया में जाता था।


Ballu अकेला नहीं था। उसके साथ थे उसके तीन जिगरी साथी:


* **Shinda** — जो सबसे तेज़ दिमाग वाला था। चालें बिछाता, जाल बुनता।

* **Golu** — जिसका हाथ इतना भारी था कि एक घूंसे से पत्थर तक हिल जाते।

* **Chotu** — सबसे छोटा, मगर सबसे तेज़। ख़बरें लाता, भागकर सबकी नज़रें चकमा देता।


इन चारों ने मिलकर **Ballu गैंग** खड़ा किया।

शहर में कोई भी चोरी, हफ़्ता-वसूली या अपना इलाका बचाने की लड़ाई हो — Ballu गैंग की दहशत सबके दिल में थी।


---


### 🌪 **"Ballu गैंग से बदमाशी नहीं मिटती"**


Ballu के दुश्मन भी जानते थे कि Ballu गैंग से टकराना आसान नहीं।

उनका एक उसूल था:


> **“इलाके में रहना है तो इज़्ज़त से रहो… वरना Ballu गैंग इज़्ज़त छीनना भी जानती है।”**


Ballu का सबसे बड़ा दुश्मन बना **Raka** — एक बाहरी गैंग का लीडर, जिसने रायगढ़ में क़दम रखने की कोशिश की।

Raka को लगा, Ballu को हराना आसान होगा।

मगर Ballu गैंग ने एक ही रात में Raka की पूरी सप्लाई पर हाथ डाल दिया, उसके आदमियों को खामोश कर दिया।


शहर में एक बार फिर वही बात दोहराई जाने लगी:


> **“Ballu गैंग से बदमाशी नहीं मिटती!”**


---


### 💔 **Ballu का सच**


मगर Ballu गैंग सिर्फ़ खौफ़ से नहीं चलती थी।

Ballu के दिल में अपने मोहल्ले के लिए प्यार भी था।

वो ग़रीबों की मदद करता, मुसीबत में फँसे लोगों का सहारा बनता।

इसीलिए मोहल्ला भी Ballu को अपना Robin Hood मानता।


कभी-कभी Ballu भी सोचता — “क्या ये रास्ता सही है?”

मगर उसे लगता, अगर वो कमज़ोर पड़ गया, तो दुश्मन शहर पर कब्ज़ा कर लेंगे।


---


### 🔥 **अंजाम**


एक रात पुलिस ने Ballu को पकड़ने के लिए बड़ा जाल बिछाया।

Ballu भाग सकता था, मगर उसने अपने साथियों को बचाने के लिए ख़ुद को क़ुर्बान कर दिया।


Ballu जेल गया, मगर **Ballu गैंग** ज़िंदा रही।

क्योंकि Ballu का नाम ही काफ़ी था।

शहर के लड़के आज भी कहते हैं:


> **"Ballu गैंग से बदमाशी नहीं मिटती…

> क्योंकि Ballu की कहानी सिर्फ़ नाम की नहीं, उसूलों की भी है!"**


---


अगर तुम्हें ये कहानी पसंद आई, तो बताओ —


Comments

Popular Posts